खिलाड़ियो का हो रहा है शोषण
खेल जगत की विशेष वार्ता स्पोर्ट्स प्रमोशन ऑर्गेनाइजेशन के महासचिव नमन भारद्वाज के साथ
मेरठ खिलाड़ियो के साथ मे हो रहा है खिलवाड़ दिन प्रति दिन देखने को मिल रहा है कुछ खेल संघ खेलो को बढ़ावा देने के नाम पर सरकार सोसाइटी के तहत रेगिस्टर्ड तो हो जाते है लेकिन खिलाड़ियो से बड़ी बड़ी रकम एकत्रित कर इंटरनेशनल , नैशनल बताकर के खिलाड़ियो को बहकाकर उनसे बड़ी बड़ी वसूली कर खूब पैसा लुटाई कर रहे है। जबकि आपको बता देना चाहता हु कि बिना किसी जिले राज्य या राष्टीय स्तर की प्रतियोगिता में बिना भाग लिए आपके उस इंटरनेशनल प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने का या उसके प्रमाण का कोई महत्व नहीं है। ज्यादातर खेल संघ दिन प्रतिदिन हरयाणा की तरफ से है जो ये सब कर रहे है कुछ खेल संघों के नामों का भी अर्थ समझ नहीं आता कि उन्होंने खेल संघ बनाया किस स्तर से है। खेलो को बढ़ावा कुछ और संघ भी दे रहे है अपने स्तर से लेकिन उसका मतलब ये नहीं कि बाकि सभी खेल खिलाड़ी का शोषण करे उनको अंतरराष्ट्रीय स्तर के फर्जी प्रमाण पत्र देकर बहार विदेशो में ले जाकर बड़ी बड़ी रकम वसूल कर लूट रहे है ये गलत है। खिलाड़ी को बाद में पता चलता है कि उन्होंने इस तरह अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लिया और समय पर प्रमाण पत्र किसी काम का नही साथ ही इतना पैसा उन्होंने दे दिया तो ये उनके साथ है खिलाड़ियो का साफ साफ शोषण है।खेल को बढ़ावा दे शोषण न करे और खिलाडियो से भी बता देना चाहता हु ऐसे खेल संघों से दूर रहे प्रतिभाग न करे जो बड़ी मात्रा में वसूली कर खेलो का धंधा कर रहे है। खेल मंत्रालय व भारत सरकार से अपील है कि ऐसे खेल संघों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करें जो बहार विदेशो के नाम पर अंतरार्ष्ट्रीय प्रतियोगिता कहकर खिलाडी जो बहकाकर बड़ी बड़ी रकम वसूल रहे है जिनके प्रमाण पत्र की कोई मान्यता नहीं है।