वॉलीबॉल मे फर्जीवाड़े का खुलासा
वॉलीबॉल मे फर्जीवाड़े का खुलासा
बर्खास्त उत्तर प्रदेश वॉलीबाल संघ के बर्खास्त अध्यक्ष, प्रणदीप सिंह गिल ओर उनके सहयोगी का फर्जीवाड़ा।
गाजियाबाद/ उत्तर प्रदेश वॉलीबॉल संघ दि0 24.02.2020 को फर्जी ओर बर्खास्त VFI ग्रुप के रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा एक फर्जी VFI के चुनाव की लिस्ट सोसल मीडिया पर जारी की गई l
जिसमे वोटर लिस्ट आप सभी के सुलभ ओर संदर्भ हेतु (संलग्न) है, साथियों VFI के संविधान में VFI की मान्यता प्राप्त यूनिट के अध्यक्ष और सचिव को ही मतदान का अधिकार है, यदि किसी कारण से मतदान का अधिकार रखने वाले पदाधिकारी मतदान करने नही जा सकते तो वो अपना मतदान करने हेतु किसी भी पदाधिकारी को मतदान हेतु अधिकार पत्र देकर भेज सकता है, लेकिन वो व्यक्ति चुनाव नही लड़ सकता, अब देखिए फर्जी ओर बर्खास्त उत्तर प्रदेश वॉलीबाल संघ के फर्जी अध्यक्ष का खेल, फर्जी चुनाव लिस्ट में क्रमांक 28 पर उत्तर प्रदेश का नाम है, (पीले मार्कर से हाईलाइट किया गया) फिर फर्जी अध्यक्ष का नाम है, उसके बाद सचिव का कलाम खाली है, फिर अन्य में मा0 सांसद जी का नाम है, ओर उसके आगे लिखा है (कोर्ट का निर्णय/Court Order) जबकि फर्जी ओर बर्खास्त ग्रुप की उत्तर प्रदेश वॉलीबाल संघ की लेटरपेड के अनुसार 02.01.2021 को भी अध्यक्ष,प्रणदीप गिल, विवेक सिंह बंटी, सचिव, ओर श्री अम्बरीश भदौरिया जी कोषाध्यक्ष है, मा0 सांसद जी तो कही है ही नही। क्यां कोई बताएगा कि मा0 सांसद जी को कोर्ट ने चुनाव लड़ने के लिए अधीकृत किया है, तो ऑर्डर की छाया प्रति कहा है, ओर उसमे कोर्ट ने क्या मा0 सांसद का नाम या पद से उन्हें चुनाव लड़ने हेतु अदेशसित कर दिया है, ओर सबसे महत्वपूर्ण बात की मा0 सांसद संवेधानिक VFI की मान्यता प्राप्त यूनिट के कोई भी किसी भी स्तर के पदाधिकारी नही है। ओर ना ही फर्जी VFI की किसी भी यूनिट के अध्यक्ष या सचिव नही है और ना ही किसी जिले अथवा गली मोहल्ले के संवेधानिक VFI या फर्जी VFI के सदस्य नही है, तो फिर कैसे वो VFI के अध्यक्ष बन गए, मतलब फर्जी VFI फर्जी VFI अध्यक्ष बने हुए है। जब कि एक खुलासा फर्जी ओर बर्खास्त उत्तर प्रदेश वॉलीबॉल संघ ने अपने आप सोसल मीडिया के माध्यम से बताया जिसका सबूत भी संलग्न है कि दि0 02.01.2021 को मा0 सांसद जी के कॉलेज में ही उनको फर्जी ओर बर्खास्त उत्तर प्रदेश वॉलीबाल संघ का अध्यक्ष चुना गया है, ओर चुनाव वो पहले ही लड़कर स्वयम्भू अध्यक्ष बन गए, जबकि अब एक साल बाद फर्जी ओर बर्खास्त उत्तर प्रदेश वॉलीबाल संघ का अध्यक्ष बनाया गया है, ओर वो चुनाव बिना किसी अधिकार ओर अधिकृत प्रत्याशी के एक वर्ष पूर्व लड़ चुके है ओर फर्जी ओर बर्खास्त स्वयम्भू अध्यक्ष बन गए है। कैसा फर्जीवाड़ा है भाई, क्या कोई बताएगा कि यह ऐसा फर्जीवाड़ा क्यों करते है l
संवैधानिक उत्तर प्रदेश वॉलीबाल संघ का चुनाव 07 अगस्त 2020 को लखनऊ में संवैधानिक VFI के पर्यवेक्षक ओर ओलिम्पिक संघ की निगरानी में हो चुका है। जिसके अध्यक्ष श्री ब्रजेश पाठक जी, मा0कानून मंत्री,उ0प्र0शासन, एवं सुनील तिवारी, सचिव, उत्तर प्रदेश वॉलीबॉल संघ के पद पर विराजमान है। एक ओर महत्वपूर्ण बात की जो लिस्ट जारी की जा रही है आज बर्खास्त ओर फर्जी UPVA ओर VFI के किसी भी सदस्य की सोशल मीडिया से इसे गायब करा दिया गया है,लेकिन इतना महत्वपूर्ण दस्तावेज को में कैसे छोड़ सकता हु चरण ही सोसल मीडिया से अपने पास सुरक्षित कर लिया और आज इसी फर्जीवाड़े से इन्ही के दस्तावेज से फर्जी ओर बर्खास्त ग्रुप को मात दे कर हरा रहा हु ।
फर्जी उत्तर प्रदेश वॉलीबॉल संघ के फर्जी अध्यक्ष की बात को यदि सही भी मान ले तो कृपया ये बताये की किस आधार पर मा0 सांसद चुनाव लड़ सकते है और वो कोर्ट का आदेश कहा है जिसमे मा0 न्यायालय ने मा0 सांसद को चुनाव लड़ने के लिए अधिकृत किया है। यह एक बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा है, जब मा0 सांसद जी 15 मार्च 2020 को चुनाव लड़ने के लिए अधिकृत ही नहीं थे जिसका सबूत आप सभी के सामने है, इसे कहते है फर्जीवाड़ा करना और वॉलीबाल को गर्त में धकेलना, एक सबसे महवपूर्ण ओर धयान देने योग्य बात की किस कारण ओर वजह से फर्जी ओर बर्खास्त उत्तर प्रदेश वॉलीबाल संघ के अध्यक्ष प्रणदीप गिल जी उत्तर प्रदेश से मैदान छोड़कर क्यों भाग गए,अपने स्थान और अध्यक्ष सांसद को बनाया गया और अपने आप पैदल हो गए है, यह एक सोचनीय ओर विचारणीय पहलू है ।