जोर आजमाइश करते नन्हे पहलवान
बरेली बरेली के जोगी नवादा मे वर्षों से चले आ रहे दशहरा मेला जिसमें कुश्ती का आयोजन श्री रामलीला कमेटी के सौजन्य से हर वर्ष इस मेले में आयोजित होता है जिसमें दूरदराज से पहलवान अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने आते हैं इस दंगल मे आज भी शहर वासियों को देसी कुश्ती देखने को मिलती है यह कुश्ती प्रतियोगिताएं देखा जाए तो शहरों से लुप्त होती नजर आ रही थी लेकिन आज भी इन मेले के आयोजनों में कुश्ती को जिंदा कर रखा है बता दें यह देसी कुश्ती मिट्टी पर आयोजित होती है इस कुश्ती के माध्यम से अच्छे पहलवान निकल कर राज्य, राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और ओलंपिक जैसे आयोजनों में देश का गौरव बढ़ा रहे हैं वह इसके साथ साथ अपना भविष्य भी सुरक्षित कर सकते हैं कुश्ती को भारतीय ओलंपिक संघ व भारत सरकार से भी मान्यता है इस दंगल में 7 वर्ष से लेकर 70 वर्ष के पहलवान भी जोर आजमाइश करते नजर आये।