31 वी पीएसी के सिपाही शरद जोशी अंतरराष्ट्रीय व्हीलचेयर एंड ऐम्प्युटी विश्व खेलों में प्रतिभाग करने दुबई पहुंचे
उत्तराखंड: उत्तराखंड पुलिस के सिपाही शरद जोशी की 17 मई 2015 को एक सड़क दुर्घटना में इन्होंने अपना बाया पैर गवा दिया लेकिन जिंदगी कभी रुकती नहीं कहते हैं ना हौसले हो तो नामुमकिन कुछ भी नहीं दुर्घटना के बाद निराश होने की जगह उन्होंने खुद को खड़ा किया
और जिंदगी को दोबारा से जीने की कोशिश करी शायद यही होती है एक सच्चे खिलाड़ी की पहचान जो हारता तो है पर हार कभी नहीं मानता तभी तो अपने खेल का खिलाड़ी बनता है
दुर्घटना में पैर कट जाने के बाद इन्होंने फैसला किया कि वह एक पैर से ही बैडमिंटन खेलेंगे और दिन-रात लग गए अभ्यास में उत्तराखंड बार बार गिरते बार-बार उठते
8लाख रुपए खर्च कर एक कृतिम पैर बनवाया जिसके सहारे बैडमिंटन अभ्यास में बहुत सुधार हुआ
कृतिम पैर के साथ खेलने वाले एकमात्र उत्तराखंड के खिलाड़ी हैं जिनके अभ्यास का ही नतीजा है कि दुबई में 10 से 16 फरवरी तक आयोजित अंतरराष्ट्रीय व्हीलचेयर एंड ऐम्प्युटी विश्व खेलों में अपना स्थान बना सकें और अपने शहर रुद्रपुर के साथ साथ उत्तराखंड पुलिस और उत्तराखंड के लाखों लोगों के लिए एक मिसाल पेश की
जो जिंदगी में थोड़ी सी भी परेशानी से हार मान जाते हैं उनके लिए भाई शरद जोशी एक उदाहरण है
शरद जोशी अंतरराष्ट्रीय पैरा बैडमिंटन के खिलाड़ी अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित मनोज सरकार के सानिध्य में रुद्रपुर स्टेडियम में बैडमिंटन का अभ्यास कर रहे हैं
उनकी इस उपलब्धि पर खेलमंत्री अरविंद पांडे पूर्व सांसद बलराज पासी डिसएबल स्पॉटिंग सोसायटी प्रदेश अध्यक्ष भरत भूषण चुघ जे.बी.सिंह सुरेश परिहार कुमाऊं विश्वविद्यालय के क्रीडा अधिकारी डॉ नागेंद्र प्रसाद शर्मा जिला क्रीड़ा अधिकारी रसिका सिद्धकी सुभाष अरोरा अशोक सिंघल मुकेश वशिष्ठ विजय आहूजा उमा जोशी एवं हरीश चौधरी ने शुभकामनाएं दी I