लॉकडाउन में ऑनलाइन योग , लॉकडाउन में करे योग
अलवर/कोरोना लॉकडाउन की वहज से हम सभी अपने अपने घर में है। जो भी घरेलु एवं कार्यालय से सम्बंधित कार्य है वह सब हम अपने घर से ही कर रहे है। यह लड़ाई लम्बी है अभी हम सभी 21 दिन के लॉकडाउन का सामना कर रहे है। यह हम सभी के लिए शोभाग्य की बात है की हमें देश के लिए सिर्फ अपने घर परिवार के साथ घर में रहकर भी हम कुछ कर सकते है। इस दौरान हमें किसी भी प्रकार के सामाजिक सम्मेलनों से दुरी रखनी है और यदि बहुत जरुरी होने पर बहार जाने पर कम से कम 2 मीटर की दूरी रखना अत्यावश्यक है। बाहर से आने पर तुरन्त साबुन एवं सेनेटाइजर से से कम से कम 20 सेकण्ड तक हाथ धोये एवं साबुन से नहाये एवं अपने कपड़ो को धोना जरुरी है। हम सभी को इस दौरान घर में रहना चाहिए। अतः हमें भारतीय जीवन शैली योग को अपनाना चाहिए। योग के माध्यम से हमें घर में रहते हुए जीवन जीने एवं स्वस्थ रहने में सुविधा रहेगी। तेजस्विनी परियोजना झारखण्ड में ट्रेनिंग स्पेशलिस्ट एवं खेल मनोवैज्ञानिक कृष्ण यादव निवासी माँचल बहरोड़ के नेतृत्व में फेसबुक लाइव के माध्यम से प्रतिदिन योग पर जागरूकता कार्यक्रम लगातार संचालित किया जा रहा है।
कृष्ण यादव अभी लॉकडाउन के दौरान झारखण्ड के लातेहार जिले में है। जैसा की हम सभी जानते है की कोरोना का वायरस जिनका रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है उनको ज्यादा प्रभावित कर रहा है। यह हमारी श्वास नलिका एवं फेफड़ो को जकड़ लेता है। जिससे श्वास लेने में कठिनाई होना मुख्य कारण अभी तक पाया जा रहा है। इस बीमारी से ज्यादातर होने वाली मौतों में पाया गया है की वृद्ध एवं जिनका इम्म्यूनो सिस्टम कमजोर था उनकी संख्या ज्यादा है। इसलिए योग के माध्यम माध्यम से हम अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते है। अष्टांग योग में प्रणायाम का विशेष महत्व है। यदि हमारा श्वसन तंत्र सही है तो हम बहुत सी बिमारियों से स्वतः ही बच सकते है। उन्होंने बताया की प्रणायाम के माध्यम से हम सभी अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते है। जिसमे मुख्य प्रणायाम कपालभांति, अनुलोम-विलोम, भ्र्ष्टिका प्रणायाम, भ्रामरी प्रणायाम एवं ॐ उदगीत है। हम सभी इन मुख्य 5 प्रकार के प्रणायाम करने से अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को तो बढ़ा सकते ही है साथ ही यह हमारे पाचन तंत्र को भी सुदृढ़ करता है जिससे हम लेते है वह सही से पच जाता है और हम बहुत से होने वाले रोगो से भी बच जाते है। अतः इस समय जब हम सभी घर में है और ज्यादा शारीरिक श्रम नहीं कर पा रहे है तो हमें घर में सपरिवार भारतीय जीवन शैली योग को अपनाना चाहिए। योग करने के लिए हमें किसी अन्य विशेष प्रकार के संसाधन की भी आवश्यकता नहीं होती है। कृष्ण यादव के साथ लातेहार में महेंद्र यादव ग्राम शेरपुर बहरोड़ एवं राजकुमार प्रजापत ग्राम बहाली राजगढ़ भी नियमित योग करते है।