बेहतर विकास के लिए शारीरिक शिक्षा बहुत जरूरी: केंद्रीय खेल मंत्री
नई दिल्ली। शारीरिक शिक्षा और खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही संस्था फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पेफी) के सोशल मीडिया पर चल रहे वेबिनार सीरीज कार्यक्रम के दूसरे भाग की शुरुआत भारत सरकार के खेल मंत्री किरण रिजिजू के हाथों संपन्न हुई।
इस मौके पर खेल मंत्री ने पेफी की सराहना करते हुए कहा कि उन्हे खुशी हो रही है कि कोई संस्था खेल और शारीरिक शिक्षा के विकास के लिए काम कर रही है।
रिजिजू ने कहा कि किसी भी राष्ट्र की प्रगति के लिए वहां के नागरिको को स्वस्थ होना जरूरी है। जिस देश के नागरिक स्वस्थ होते हैं वो देश ज्यादा प्रगति करता है।
खेल मंत्री ने कहा कि किसी भी देश के बेहतर विकास के लिए शारीरिक शिक्षा बहुत जरूरी है। इसलिए हमने यह तय किया है कि हम स्कूली पाठ्यक्रम में खेल गतिविधियों को बढ़ाने पर जोर देंगे।
खेल मंत्री ने कहा कि मेरा मानना है कि बिना शारीरिक शिक्षा और खेल के बिना शिक्षा अधुरी है। बच्चों का पूर्ण विकास बिना खेल के संभव नहीं है।
रिजिजू ने कहा कि खेल गतिविधियां और व्यायाम बच्चों के शारीरिक विकास और मानसिक विकास के लिए बहुत जरूरी है। खेल मंत्री ने कहा कि खेल और फिटनेस को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार ने मोदी जी के नेतृत्व में खेलो इंडिया अभियान की शुरूआत हुई जिसके बहुत बेहतर परिणाम सामने आ रहे हैं।
भारत के हर राज्य से खेल प्रतिभाएं इस अभियान के जरिए सामने निकल कर आ रही है। अब तक एक लाख अस्सी हजार स्कूल इस अभियान से जुड़ गए है।
खेल मंत्री ने कहा कि भारत सरकार की एक अन्य मुहिम 'फिट इंडिया' की शुरुआत राष्ट्रीय खेल दिवस 29 अगस्त 2019 को शुरु की गई। इस मुहिम में आम जन को फिटनेस के प्रति जागरूक करना था इस मुहिम को समस्त भारत में सराहा गया। आज लोग फिटनेस की उपयोगिता को समझ रहे हैं।
कोविड 19(कोरोना वायरस) के दौर में लोगों को फिटनेस की उपयोगिता समझ आ रही है कि कैसे एक स्वस्थ व्यक्ति कोरोना को मात दे सकता है।
खेल मंत्री ने कहा कि हम फिट इंडिया को एक आंदोलन बनाना चाहते हैं l
इसलिए हमने इसके आगे कार्यक्रम नहीं लगाया इसको हमने फिट इंडिया मूवमेंट नाम दिया। हमारा उद्देश्य इसको जनआंदोलन बनाने का है।
खेलमंत्री ने कहा कि शारीरिक शिक्षा को स्कूलों में अनिवार्य बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार को काम करने की जरूरत है। शारीरिक शिक्षा को प्राथमिक स्तर पर शुरू करने से खेल प्रतिभाओं को शुरूआती तौर पर निखारने मे मदद मिल सकेगी। बच्चे की खेल प्रतिभा का अगर प्राथमिक स्तर पर ही पता चल जाए तो उसके दूरगामी परिणाम होंगे।
खेल मंत्री ने कहा कि ग्रासरूट लेवल पर अगर बच्चे को बेहतर प्रशिक्षण मिले तो वह आगे चलकर अच्छा परिणाम देगा।
खेल मंत्री ने कहा कि आज के दौर में खेल विज्ञान के क्षेत्र में शिक्षण प्रशिक्षण की जरूरत है। इसके जरिए हमे बेहतर परिणाम खेल के क्षेत्र में मिलेंगे।
खेल मंत्री ने कहा कि भारत में स्पोर्ट्स कल्चर डेवलप करना बहुत जरूरी है जिसके लिेए प्राथमिक स्तर से ही प्रयास करने होंगे।
किरण रिजिजू ने फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन आफ इंडिया के कार्यो की सराहना करते हुए इसके अध्यक्ष राहुल कोठारी, सचिव पीयूष जैन समेत पूरी पेफी टीम को खेलों और शारीरिक शिक्षा की बेहतरी के लिए सराहा और संस्था को हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया।
इस कार्यक्रम में डॉ. ए.के. उप्पल, द्रोणाचार्य अवार्डी ए.के. बंसल, स्वर्णिम गुजरात यूनिवर्सिटी के कुलपति डा. अर्जुन सिंह राणा, अर्जुन अवार्डी यशपाल सिंह सोलंकी, डा. गुरदीप सिंह, डॉ. चेतन कुमार, डा. शरद कुमार शर्मा, तरुण शर्मा उपस्थित रहे। कार्यक्रम का ऑनलाइन संचालन डा. अमृता पांडे ने किया।
गौरतलब है कि कोरोना महामारी की वजह से जब समस्त भारत में लॉकडाउन लगा था और समस्त खेल गतिविधियां बंद हो गई थीं l
ऐसे समय में फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन आफ इंडिया (पेफी) ने लोगों को फिटनेस के प्रति जागरुक करने के लिए सोशल मीडिया पर फिजिकल एजुकेशन के 48 दिन चले फेसबुक लाइव कार्यक्रम में 57 सेशन आयोजित करके खेल और शारीरिक शिक्षा की जानकारी साझा की। इस दौरान देशभर से लाखों लोग इस कार्यक्रम का हिस्सा बने।