खिलाड़ियों से खिलवाड़
बरेली: खेल के नाम पर हो रही ठगी बहुत सारे खेल के संगठन कर रहे मनमानी नेपाल, भूटान, मलेशिया, बांग्लादेश अन्य देशों में ले जाकर खिलाड़ियों से हो रही इंटरनेशनल प्रतियोगिता के नाम पर ठगी जब तक युवाओं को समझ आता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है इंटरनेशनल खेलने के बाद जब खिलाड़ी अपना प्रमाण पत्र किसी नौकरी में लगाते हैं तो उनके प्रमाण पत्र को स्वीकार नहीं किया जाता तब उनको समझ आता है कि हमारे साथ में धोखा हुआ है और कुछ फर्जी खेल संगठन चंद पैसों के लिए खिलाड़ियों का भविष्य खराब कर रहे अधिकतर संगठन तो भारतीय ओलंपिक संघ और भारत सरकार से मान्यता प्राप्त होना भी दर्शाते हैं इसी बहकावे में आकर खिलाड़ी समझ नहीं पाते और वह अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने चले जाते हैं और फर्जी खेल की चपेट में आ जाते हैं जबकि उनको नहीं पता होता कि अंतरराष्ट्रीय से पहले राष्ट्रीय ,राज्य जिला स्तरीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग करना जरूरी होता है और जिन एसोसिएशन को भारत सरकार से मान्यता होती है उन्हीं के प्रमाण पत्र के आधार पर स्पोर्ट्स कोटे की नौकरियों में अपना आवेदन कर सकते हैं साथ ही साथ अंतरराष्ट्रीय ,एशियाड ,कॉमनवेल्थ, ओलंपिक जैसे खेलों में अपनी खेल प्रतिभा के कारण अपने देश का गौरव बढ़ा सकते हैं।