नीति के विरुद्ध फर्जी तरीके से काम कर रही पूर्व भारतीय पावरलिफ्टिंग फेडरेशन
पावरलिफ्टिंग खेल को एक असम्ब्ध संस्था द्वारा प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर पर चला कर खिलाड़ियों का दोहन किया जा रहा है।
यह जानकारी उत्तर प्रदेश पावर लिफ्टिंग एसोसिएशन के सचिव अनुज तिवारी ने खेल जगत को दी उन्होंने बताया दिसंबर 2017 को भारतीय खेल मंत्रालय द्वारा निलंबित किया जा चुका है
और उसकी जगह पर पावर लिफ्टिंग इंडिया को अधिकृत किया गया है इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय पावर लिफ्टिंग फेडरेशन ने भी पावर लिफ्टिंग इंडिया को मान्यता दी हुई है और फर्जी तरीके से खिलाड़ियों के साथ धोखाधड़ी कर रही भारतीय पावर लिफ्टिंग फेडरेशन को प्रतिबंधित किया हुआ है पावर लिफ्टिंग इंडिया को मान्यता दी इसके बावजूद भारतीय पावर लिफ्टिंग फेडरेशन द्वारा अनाधिकृत तरीके से राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं कराई जा रही हैं एवं मनमाने तरीके से खिलाड़ियों से पैसे की वसूली की जा रही है।
जबकि भारतीय खेल नीति स्पष्ट कहती है कि जिसको अंतरराष्ट्रीय फेडरेशन से मान्यता है उसी को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं कराने का अधिकार है लेकिन इसके बावजूद भी दूसरी फेडरेशन के अधिकारी राहुल शुक्ला पूनम तिवारी द्वारा प्रदेश स्तर पर प्रतियोगिताएं करा कर खिलाड़ियों को बरगलाया जा रहा है इन्होंने उत्तर प्रदेश पावर लिफ्टिंग एसोसिएशन के नाम पर कार्य करना शुरू किया जो कि पूर्णतया प्रतिबंधित है
उत्तर प्रदेश पावर लिफ्टिंग एसोसिएशन 1992 से रजिस्टर्ड संस्था है जिस के सचिव अनुज तिवारी हैं इस विषय पर अनुज तिवारी द्वारा राहुल शुक्ला को विधिक नोटिस दिया जा चुका है इसके बावजूद भी इनकी गतिविधियां लगातार जारी है संस्था प्रतिबंधित होने के बावजूद रेल मंत्रालय से रियायती टिकट करा कर टीम को यात्रा कराने में सफल रही जिसका संज्ञान मंत्रालय को दिया गया |
इस विषय पर उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ के सचिव आनंदेश्वर पांडे को भी दिग्भ्रमित करने का कार्य यह संस्था द्वारा चल रहा है।