बचपन से ही नहीं सुन और बोल पाते अक्षय इनकी प्रतिभा को देखते हुए खेल जगत ने सम्मानित किया
बरेली बचपन से ही नहीं बोल और सुन पाते अक्षय आज 18 वर्ष के हो चुके हैं इनके पिता प्राइवेट नौकरी कर पांच भाई बहनों का परिवार सब कुशल चला रहे हैं सबसे बड़े अक्षय जो पैदाइश के समय से ही इशारों में बात करते हैं और वर्तमान में एर्थ क्लास में दिशा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मुड़िया अहमदनगर बरेली में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
साथ ही साथ खेल में भी काफी अच्छी रुचि रखने वाले अक्षय खेल जगत न्यूज़पेपर के द्वारा चली खेल ज्ञान परीक्षा में 250 से खेल प्रश्नों का आंसर देने वाले अक्षय को खेल जगत न्यूज़पेपर प्रतिभा की खोज कार्यक्रम के अंतर्गत एक विशेष कार्यक्रम में सम्मानित किया।
खेल जगत में जब अक्षय से संपर्क साधा और अक्षय को परीक्षा में शामिल के साथ-साथ उनको विजई होने पर सम्मानित किया तो वह खुशी के मारे फूले नहीं समा रहे थे ध्यान रहे ऐसी ही प्रतिभाओं को खेल जगत निकाल कर के समाज के सम्मुख रखने का प्रयास करता है।
परिवार से खेल जगत की बात पर उन्होंने बताया हम लोगों की आदत सी हो गई है शुरुआती समय में काफी तकलीफ होती थी जब हमारा बेटा बोल और सुन नहीं पाता था लेकिन आज 18 वर्ष हो चुके हैं आज हम लोग सकुशल रह पाते हैं हम एक दूसरे की बातों को अच्छे से समझते हुए अपनी दैनिक दिनचर्या जी रहे हैं।
अक्षय को विकलांग प्रमाण पत्र भी मिल चुका है जिसके माध्यम से सरकारी सुविधा इनको उपलब्ध है बस और ट्रेन में निशुल्क देश भर में यात्राएं कर सकते हैं इनके साथ में एक और इनके सहयोगी के रूप में इनकी मदद के लिए साथ जाते हैं।