सोनीपत के मंजीत नरवाल बने दंगल केसरी, जीती सबसे बड़ी कुश्ती
34वां उत्तर भारत जयकरन-उस्मान एवं कंवरजीत स्मारक कुश्ती प्रतियोगिता
लखनऊ। सोनीपत के मंजीत नरवाल ने धार्मिक एकता व सांप्रदायिक सौहार्द के प्रतीक के रूप में आयोजित 34वां उत्तर भारत जयकरन पहलवान, उस्मान खां व कंवरजीत सिंह स्मारक कुश्ती प्रतियोगिता में 80 किग्रा से ज्यादा वर्ग में अव्वल रहते हुए दंगल केसरी का खिताब जीता।
आरडीएसओ रेलवे स्टेडियम, आलमबाग में आयोजित इस कुश्ती प्रतियोगिता में मंजीत ने फाइनल में हरियाणा के अमित को हराते हुए सबसे बड़ी कुश्ती की 21 हजार रूपए की इनामी राशि अपने नाम कर ली।
पुरुष 70-80 किग्रा भार वर्ग में गोरखपुर के सेतुभान ने पहले स्थान के साथ वीर अभिमन्यु की पदवी भी अपने नाम की। सेतुभान ने फाइनल में भदोही के धर्मेंद्र चौहान को हराया।
पुरुष 68 किग्रा में साई सेंटर के विशाल पहले व लखनऊ के अभय सिंह यादव दूसरे स्थान पर रहे।
पुरुष 63 किग्रा में लखनऊ के बाबी मिश्रा पहले व संत कबीरनगर के आकाश यादव दूसरे स्थान पर रहे।
महिला वर्ग की कुश्ती में 55 किग्रा वर्ग में गाजियाबाद की पूजा पहले व साई सेंटर की निहारिका दूसरे स्थान पर रही।
इससे पहले कुश्ती का उद्घाटन आरडीएसओ के महानिदेशक वीरेंद्र कुमार ने किया।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि भाजपा विधायक सुरेश तिवारी ने विजेता पहलवानों को पुरस्कार वितरित करते हुए उनका उत्साहवर्द्धन किया। मुख्य अतिथि का स्वागत दंगल व लंगर समिति के अध्यक्ष रमेश पहलवान व स्वागताध्यक्ष डा.देशदीपक पाल (एडिशनल सीएमओ बाराबंकी) व अन्य ने साफा बांधकर किया। इस अवसर पर समिति के उपाध्यक्ष रवि अवस्थी, महामंत्री अभय सिंह अप्पी (एडवोेकेट), समिति सदस्य धन सिंह यादव व अन्य मौजूद थे।
रमेश पहलवान ने बताया कि इस दंगल में देश भर के 150 पहलवानों ने भाग लिया जिसमें 25 महिला पहलवान थी।
मुख्य अतिथि सुरेश तिवारी ने अपने संबोधन में कहा कि इस भव्य आयोजन के लिए आयोजन समिति की सराहना की और कहा कि कुश्ती हमारा प्राचीन खेल है, और आज ऐसे और आयोजन कराने की आवश्यकता है ताकि हमारे देशी खेल को बढ़ावा मिले।