जापान की शर्त से ओलंपिक में भाग लेने वाले भारतीयखिलाड़ी मुश्किल में

कानपुर देहात संवादाता /खेलों का महाकुंभ ओलंपिक खेल जापान की राजधानी टोक्यो में 23 जुलाई से प्रारंभ होकर 8 अगस्त तक होने हैं ओलंपिक में 33 खेल प्रतियोगिता होंगी जिसमें दुनिया भर के खिलाड़ी भाग लेंगे और अपने देश का नाम रोशन करेंगे हालांकि यह खेल 2020 में होने थे लेकिन कोविड-19 की वजह से यह खेल 1 साल के लिए बढ़ा दिए गए अब जबकि ओलंपिक खेल शुरुआत होने में कुछ दिन ही शेष है जापान ने प्रत्येक देश के खिलाड़ियों को भाग लेने के लिए वहां पर अपनी अनुसार की लैब में परीक्षण कराने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं टोक्यो ओलंपिक आयोजन समिति ने भारतीय खिलाड़ियों को मुश्किल में डाल दिया है ओलंपिक में भाग लेने के लिए भारतीय खिलाड़ियों को 96 घंटे और 72 घंटे के अंदर की 2 आरटीसीपीआर की नेगेटिव रिपोर्ट लेकर पहुंचना है समस्या यह है कि यह टेस्ट कहां कराना है और किस लैब में कराना है इसका निर्णय टोक्यो ओलंपिकआयोजन समिति ने खुद लिया है और भारतीय ओलंपिक संघ को उसने 8 शहरों की 14 लैबों का जिक्र किया है कि इन लैबों से ही खिलाड़ियों की रिपोर्ट आनी चाहिए यदि इन शहरों रिपोर्ट नहीं आती है तो वह खिलाड़ियों को ओलंपिक में भाग नहीं लेने देगा भारतीय खिलाड़ी उपरोक्त 8 शहरों में से सात शहरों में ओलंपिक की तैयारी नहीं कर रहे हैं परिणाम स्वरूप उनको हजारों किलोमीटर दूर चल कर अपनी कोविड-19 की जांच करानी पड़ेगी जिससे खिलाड़ीयों संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाएगा इसलिए खिलाड़ियों और खेल संघों ने आईओए से कहां है कि वह इस पर विचार करें। आईओए ने कहा है कि भारतीय खिलाड़ी इस समय पटियाला पुणे लखनऊ त्रिवेंद्रम भोपाल और गुवाहाटी में अपनी तैयारियां कर रहे हैं खिलाड़ियों और खेल संघों के कहने पर आईओए ने टोक्यो आयोजन समिति से कहा है कि जिन शहरों में भारतीय खिलाड़ी अपनी तैयारियां कर रहे हैं वहां पर वे अपनी कोविड-19 आज कराएं पूरे उत्तर भारत में दिल्ली में सिर्फ दो लैब है सबसे ज्यादा दिक्कत पटियाला में जो भारतीय खिलाड़ी तैयारियां कर रहे हैं उनको कुछ दिक्कत का सामना करना पड़ेगा क्योंकि पटियाला में एथलेटिक्स बॉक्सिंग और वेटलिफ्टिंग के खिलाड़ी अपनी मेहनत से भारत को पदक दिलाने के लिए कोशिश कर रहे हैं और उनको दिल्ली जाकर अपना टेस्ट कराना होगा जिससे भारतीय खिलाड़ी संक्रमित हो सकते हैं। आईओए ने टोक्यो ओलंपिक समिति से कहा है कि भारतीय खिलाड़ी बायो बबल में रहकर अपनी तैयारियां कर रहे हैं और बायो बबल में ही उनको टोक्यो भेजे जाने का प्रावधान किया गया है अगर यह बायो बबल टूटता है तो खिलाड़ी संक्रमित हो सकते हैं और मुश्किल में पड़ सकते हैं
हालांकि पूर्व में आईओए ने यह खेल और खेल संघों से कह दिया था कि जो लेवे आयुष अमित ने उपलब्ध कराई है वहां पर ही खिलाड़ियों को टेस्ट कराना पड़ेगा लेकिन बाद में खिलाड़ियों और खेल संघों के दबाव में आकर आईओए ने आयोजन समिति के समक्ष यह मुद्दा उठाया।
टोक्यो आयोजन समिति ने भारत में कोविड-19 कराने के लिए दिल्ली में एक पटना में एक चेन्नई में दो कोलकाता में दो भुनेश्वर में एक बंगलुरु में एक अहमदाबाद में एक और मुंबई में 5 लैबों को अनुमति दी है।
सुनील कुमार यादव सचिव कानपुर देहात वेट लिफ्टिंग एसोसिएशन
