दो नाव पर सवार हॉकी खिलाड़ी, दिशाहीन हो रहे खिलाड़ी कोच कर रहे गुमराह
बरेली / हॉकी खेलने को पैसे नहीं जूते नहीं समाज के सहयोग से खिलाड़ी व टीमे तैयार होती है।
इसी सोच को ध्यान रखते हुए वर्ष 2021 में बरेली व्यापार मंडल 1 साल तक प्रति हॉकी खिलाड़ी को ₹1000 धनराशि देने की घोषणा कर दी परंतु आज देखने को मिला की हॉकी कोच के नेतृत्व में आगरा में हो रही राष्ट्रीय टेनिस बॉल क्रिकेट की प्रतियोगिता में हॉकी खिलाड़ी क्रिकेट की टीम में शामिल होकर बरेली का प्रतिनिधित्व कर रही है।
अगर एक प्रशिक्षित coach खिलाड़ियों को विशेषकर जिसमें समाज के सहयोग के द्वारा सहायता की जा रही है वह उस खेल को छोड़कर दूसरे खेल में भागीदारी कर रही है यह पूरी तरीके से सहायता देने वालों के साथ या समाज के साथ धोखा है जिसमें मुख्यत है उनको गुमराह करने वाले उनके प्रशिक्षित कोच ही हैं
बता दे क्रिकेट की प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों को एंट्री फीस देनी होती है जिसके उपरांत ही खिलाड़ियों को प्रतिभाग करने का अवसर प्राप्त होता है ।