सूर्य नमस्कार स्वास्थ्य प्राप्ति का अचूक साधन – डॉ अमरजीत यादव
लखनऊ/आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के आवाहन पर 14 जनवरी 2022 को आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रमों की श्रृंखला में फिजिकल और वर्चुअल मोड पर वृहद संख्या में लोगों ने सूर्य नमस्कार का अभ्यास किया ।
उत्तर प्रदेश योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष डॉ अमरजीत यादव ने बताया की सूर्य नमस्कार स्वास्थ्य प्रदान करने का अभूतपूर्व साधन है क्योंकि सूर्य नमस्कार के अभ्यास से व्यक्ति का शारीरिक, मानसिक, सामाजिक तथा आध्यात्मिक स्वास्थ विकसित होता है सूर्य नमस्कार के अभ्यास से शरीर का रक्त संचार तथा स्वसन संस्थान उन्नत होता है . इसके अभ्यास से रक्त की शुद्धि, भावनाओ पर नियंत्रण तथा सकारात्मक विचार उत्पन्न होते है ।
सूर्य संसार की आत्मा है सूर्य की अनुपस्थिति में पृथ्वी पर जीवन की कल्पना नही की जा सकती सूर्य नमस्कार के अभ्यास से शरीर में चेतना का जागरण होता है शरीर की आदिशक्ति बढ़ती है परिणाम स्वरूप शरीर में रोगों से लड़ने की रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है ।
कोरोना संकट में सूर्य नमस्कार का अभ्यास अत्यंत उपयोगी है क्योंकि इसके अभ्यास से शरीर की शुद्धि और प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होता है सूर्य नमस्कार के अभ्यास से फेफड़ों की मजबूती के साथ ही साथ शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा संतुलित होती है इसके अतिरिक्त सूर्य नमस्कार के अभ्यास से शरीर का नर्वस सिस्टम, पिट्यूटरी ग्रंथि, पीनियल ग्रंथि, थायराइड ग्रंथि एवं पैंक्रियाज के हार्मोंस प्रभावित होते है जिसके परिणाम स्वरूप शरीर का वास्तविक स्वास्थ का स्तर मजबूत बना रहता है ।
डॉ यादव ने बताया की 21वी सदी में आधुनिक जीवन शैली के कारण उत्तपन होने वाले रोग जैसे डायब्टीज, उच्च रक्तचाप , मोटापा, अस्थमा, स्ट्रेस, अर्थराइटिस इत्यादि रोगो के प्रबंधन में भी सूर्य नमस्कार का अभ्यास उपयोगी साबित होता है।
डॉ यादव ने बताया की 75 करोड़ लोगो के द्वारा सूर्य नमस्कार का अभ्यास का लक्ष्य रखा गया है इस महत्वपूर्ण आयोजनों में लोग बढ़ चढ़ कर प्रतिभाग कर रहे है नियत समय पर इस अद्भुत लक्ष्य को प्राप्त कर लिया जाएगा इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए नेशनल योगासन स्पोर्ट्स फेडरेशन, नई दिल्ली, पतंजलि परिवार, भारत स्वाभिमान, इंडियन योग एसोसिएशन तथा उत्तर प्रदेश योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन की महत्वपूर्ण सहभागिता है ।