मुझे गर्व है की मै एक खिलाड़ी हूँ! , राहुल गुप्ता
मै एक खिलाड़ी हूँ मैंने उसे 4 बजे उठते देखा है, कड़ी मेहनत के साथ माथे से पैरो तक भीगते देखा है!
गुड की मिठास और चने को खाते देखा है, स्कूल की बेंच पर सोते हुए देखा है!
घर की हालात को बनते बिगड़ते देखा है मै एक खिलाड़ी हूँ..............
ट्रेन के बाथरूम के पास बेफ़िकर लेटे हुए देखा है ,आँखो में सपने लिए सोते हुए देखा है!
फटे हुए जुतो को तरकीब से सिलते हुए देखा है, जीत के लिए लड़ते हुए देखा है!
सर्दी गर्मी बरसात धूप छाँव सब एक करते हुए देखा है, मै एक खिलाड़ी हूँ
सपनो को उसके टूटत्ते हुए देखा है,आँखो में आंशुओ को रोकते हुए देखा है!
जींदगी में हार ना मानना सीखते हुए देखा है!
वादों को सिद्दत से निभाते हुए देखा है ,मै
एक खिलाड़ी हूँ उसे 4 बजे उठते हुए देखा है !
हर कठिनाइयों में मुस्कुराते हुए देखा है, रूठे हुए को मनाते हुए देखा!
एक दूसरे की मदद को आगे आते हुए देखा है सब को हंसाते हुए देखा है!
खेल के साथ साथ पढ़ाई में भी आगे आते हुए देखा है ,पेपर के समय में दूसरे को बताते हुए देखा!
जीवन की हर मुश्किल राह को आसान बनाते हुए देखा है,मै एक खिलाड़ी हूँ उसे अपनो को मिलते हुए देखा है!
मैं एक खिलाड़ी हूँ उसे मिल बाँट कर खाते हुए देखा है, थोड़े से में भी भूख मिटाते हुए देखा है!
राहुल कुमार गुप्ता
(लेखक ). 100 TOPICS IN CRICKET AND SELF SCORE BOOK