जन्म ले रहे रोज नए खेल संगठन
किसी भी खेल एसोसिएशन,फेडरेशन को स्कूल गेम फेडरेशन ऑफ इंडिया से मान्यता प्राप्त लिखने का कोई अधिकार नहीं ।
स्कूल गेम फेडरेशन ऑफ इंडिया नहीं देती किसी को मानता।
आगरा/ प्रतिदिन हर एक व्यक्ति अपने आप को राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय महासचिव लिखने के लिए नए नए खेल ढूंढ कर सोसायटी एक्ट में खेल के नाम को पंजीकृत करा लेते हैं और उसका कार्य क्षेत्र पूरा देश लिखते हैं इस तरीके के संगठन देखने को मिलते हैं जो अपने फेडरेशन, एसोसिएशन ,भारतीय खेल होना भी बताते हैं खेल को बढ़ावा देने के नाम पर अपने फेडरेशन, एसोसिएशन में किसी मंत्री ,आईएएस, पीसीएस ऑफिसर, उद्योगपति जैसे लोगों को चयनित कर अपना संरक्षक या अध्यक्ष भी बना लेते हैं जबकि उनको किसी भी खेल के बारे में ठीक से जानकारी नहीं होती और वह लोग उसका फायदा उठाते हुए उनकी एप्रोच से स्कूल गेम फेडरेशन ऑफ इंडिया, भारत सरकार, भारतीय ओलंपिक जैसे प्रमुख जगहों पर जाकर अपने खेल को मान्यता मिले इसके लिए सिफारिशें लगाते हैं।
जब कहीं से मान्यता नहीं मिलती उस स्थिति में स्कूल गेम फेडरेशन ऑफ इंडिया का भी दरवाजा खटखटाया जाता है जब किसी खेल को स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया अपने खेल कैलेंडर में खेल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शामिल कर भी लेती है तब विभिन्न फेडरेशन अपने आप को स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया से मान्यता प्राप्त होना बताते हैं और अपने एसोसिएशन, फेडरेशन के लेटर पैड के ऊपर साफ-साफ लिखते हैं (मान्यता स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया) इस विषय पर जब खेल जगत ने स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव राजेश मिश्रा से संपर्क साधा तब स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव राजेश मिश्रा ने बताया हम लोग किसी भी एसोसिएशन, फेडरेशन को सीधे-सीधे मान्यता नहीं देते हैं जो लोग इस तरीके से अपने लेटर पैड पर लिख रहे हैं वह पूर्णता गलत है इस पर कार्यवाही होनी चाहिए। हम लोग केवल खेल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कुछ खेलों को अपने खेल कैलेंडर में शामिल करते हैं जिससे खेल का विकास हो हमारे भारत के नौजवान युवा किसी भी खेल के माध्यम से स्वस्थ रहें इसलिए हम लोग उन खेलों को शामिल करते हैं लेकिन हमने कुछ खेलो को अपने कैलेंडर से बाहर का रास्ता दिखा दिया है
स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे खेलो इंडिया अन्य खेल आयोजनों में हम भारत सरकार के सहयोगी के रूप में कार्य करते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा खेल को बढ़ावा दिए जाने पर हम भी पूरी तरीके से भारत सरकार के साथ हैं ।
स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया राष्ट्रीय स्तर पर पूरे देश में स्कूली बच्चों को अपने से जोड़ने का काम करती है और इसमें पूरे देश के विभिन्न शिक्षा बोर्ड जैसे विद्या भारती, केंद्रीय विद्यालय संगठन, नवोदय विद्यालय संगठन ,सी बी एस सी व हर राज्य का माध्यमिक शिक्षा के विद्यार्थी 19 वर्ष तक की आयु के विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में अपने प्रदेश से चयन होने के उपरांत राष्ट्रीय स्कूली प्रतियोगिताओं में अपने प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हैं जो हर वर्ष अलग अलग राज्य में अलग अलग खेल पड़ता है स्कूल गेम फेडरेशन ऑफ इंडिया के तत्वधान में आयोजित होती हैं।