खेल व शारीरिक शिक्षा में उत्कृष्ट कार्य के लिए पेफी को मिला केआईइटी खेल सम्मान
(देश को खेलों में महाशक्ति बनाना है तो शारीरिक शिक्षा को महत्व देना होगा – डॉ. पियूष जैन)
दिल्ली /देश में शारीरिक शिक्षा और खेलों में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया (पेफी) को वर्ष 2020 के केआईइटी खेल सम्मान से नवाजा गया, संस्था को यह सम्मान विगत दिनों केआईइटी संस्थान के सभागार में द्रोणाचार्य अवार्डी और खेलो इंडिया के निदेशक डॉ. अजय कुमार बंसल व अन्य अतिथियों के द्वारा प्रदान किया गया।
केआईइटी ग्रुप ऑफ़ संस्थान के द्वारा आयोजित पांचवे रण 2020 के उदघाटन समारोह के दोरान आयोजित अवार्ड समारोह में खेल जगत की बिभिन्न हस्तियों को अलग अलग केटेगरी में सम्मानित किया गया. फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया (पेफी) शारीरिक शिक्षा और खेलों को बढावा देने के लिए बेस्ट एनजीओ केटेगरी में सम्मानित किया गया. ।
इस अवसर पर मशहूर तीरंदाज, अर्जुन एवं पद्मश्री अवार्डी लिम्बाराम, पद्मश्री प्रशांति सिंह बास्केटबाल से दिव्या सिंह और अलग अलग क्षेत्र से खिलाड़ी, कोच और खेल पत्रकार उपस्थित थे.
सम्मान प्राप्त करने के बाद फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया (पेफी) के राष्ट्रीय सचिव डॉ. पियूष जैन ने चर्चा करते हुए कहा की देश में खेलों को यदि आगे बढाना है तो शारीरिक शिक्षा को स्कूली स्तर से ही महत्व देना होगा, आज शारीरिक शिक्षकों को स्कूल में वह सम्मान नहीं मिलता जिसके वह हकदार है यदि पूरे देश की सभी राज्य सरकारें शारीरिक शिक्षा और शिक्षकों को महत्व दें तो देश को खेल महाशक्ति बनने से कोई नहीं रोक सकता.
उन्होंने कहा की आज जरूरत इस बात की है की शारीरिक शिक्षा और खेल विज्ञान के नए नए क्षेत्रों को आगे लाया जाए और इनमे शोध को बढावा दिया जाए. आज भी खेल विज्ञान के कई ऐसे क्षेत्र है जिनमे रोजगार की अपार संभावना है जैसे स्पोर्ट्स इंजीनियरिंग, स्पोर्ट्स फिजियोलॉजी, स्पोर्ट्स टेक्नोलॉजी आदि. आज भी खेलों के इन क्षेत्रो के लिए हम विदेशों पर निर्भर है.
इस अवसर पर पेफी के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव तरुण कुमार, राजन पाण्डेय, पुनीत कुमार एवं बब्बू मान उपस्थित रहे।