138 खो-खो खिलाड़ियों को बेहद अनुभवी खो-खो वैज्ञानिक प्रशिक्षण
रिजिजू ने राष्ट्रीय शिविर का किया उद्घाटन
दिल्ली/कोरोना वायरस महामारी के कहर के बाद खो-खो खेलकूद से जुड़ी गतिविधियां दोबारा शुरू करने की कवायद हो रहे। भारतीय खो-खो फेडरेशन (केकेएफआई) में 200 करोड़ का निवेश ने अल्टीमेट खो-खो के साथ केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने मंगलवार को मिलकर अपने खिलाड़ियों के इस प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ किया गया।
अल्टीमेट खो-खो के प्रमटर अमिता पहली बार एक अनूठा कार्यक्रम महासंघ के अध्यक्ष सुधांशु मिताल के साथ-साथ बर्मन अगले पांच साल में खे-खो के खेल में 200 करोड 'राइज इन स्पोट्स एक्सीलेंस' कई दिग्गज खिलाड़ी मौजूद थे।
अल्टीमेट खो-खो ने इस देसी खेल में शुरु किया जा रहा है, जिसमें लिए ओलंपिक में लगातर देबार पदक जीतने विवेश करते हुए प्रोत्सहन देकर अहम भूमिका निभाई है।
खिलाड़ियों के प्रदर्शन के उच्च वाले पहले खिलाड़ी पहलवान सूरील कुमार लीग के प्रमोटर और डाबर ग्रुप के चेयरमैन अमित बर्मन स्तरीय आकलन और वैज्ञानिक के अलावा क्रिकेटर सुरेश रैना और मोहम्मद ने अगले 5 साल में 200 करोड़ के निवेश का एलान किया विश्लेषण के साथ-साथ उनकी समी शामिल थे। देश में पहली बार किसी केंप में है। इस नियेता का बड़ा हिस्सा खेल को जमीनी स्तर पर प्रगति पर नजर रखी जाएगी। यह कैंप 18 जनवरी से 16 फरवरी वैज्ञानिक तरीके से खिलाड़ियों का आंकलन किया विकसित करने केन्द्रित रहेगा और इस वैज्ञानिक खेल तक हरियाणा के फरीदाबाद स्थित मानव रचना स्पोर्ट्स सइंस जाएगा जिसके लिए पूरे देश से खो-खो खिलाडियो कार्यक्रम के जरिये खेल का स्तर बोहतरीन करने में मदद सेंटर और एसजीटी यूनिवर्सिटी में आयोजित किया जाएगा । ये प्रक्रिया किसी भी खेल को वैश्विक स्तर तक 18 महिला खिलाड़ियों समेत 138 खिलाड़ियों को बेहद अनुभवी लागू करने के लिए देश की दो शीर्ष संस्थाओं- पहुंचाने के लिए सबसे अहम है।
इसमें खेल विज्ञान के अलग-अलग पहलुओं फिजियोथेरेपी, रिहेबिलिटेशन, तैयार किये जाने चाहिए और इसके लिए हाई परफॉर्मेंस चोट के प्रबंधन, बायोमैकेनिक्स, बटोकाइनेटिक्स, खेल प्रदर्शन विश्लेषण, पोषण संबंधी मार्गदर्शन और पेस्चर करेक्शन कार्यक्रम बेहद जरूरी हैं।
अल्टीमेट खो-खो सभी वैम को अमल में लाया जाएगा इस प्रतिक्षण के जरिये लगभग 10 महीने के अंतराल के बाद खेल् गतिविधियां दोबरा मालिकों को बेहद दमदार और प्रतिस्पर्थी पेशेवर खिलाड़ी शुरु हो जाएंगी। इस प्रशिक्षण को तीन चरणे बदलाव, प्रारंभिक और प्रतियोगी चरण में बटा गया है।
इन खिलाड़ियों में जबर्दस्त दमखम जोश,महासंघ के अध्यक्ष सुधशु मित्तल ने कहा कि में खेलमंत्री किरेन रिजीजू को यहां आकर खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने और फुर्ती होगी जो खेल के साथ साथ व्यवसायिक और के लिए क्यवाद कहन चाहता हूं। ये प्रशिक्षण शिविर भविष्य में मील का पत्थर बनेगा क्योंकि यहां खेल विज्ञान और विज्ञापन से जुड़ी गतिविधियों में भी हिस्सा लेंगे। इस कैंप से तकनीक के जरिये खिलाड़ियों को निखारा जाएगा।
इस कार्यक्रम को समर्थन देने के लिए में खेल मंत्रालय, भारतीय खेल खिलाड़ियों का खेन कोशन बढ़ाने के साथ लगातार चेपियन प्राधिकरण और हमारे साझीदार अल्टीमेट खो-खो का आभारी हूं। हमारा लक्ष्य ऐसे खिलाड़ियों का विस्तृत दल बनाना है खिलाड़ी तैयार किये जाएंगे। इससे भारतीय खेलों का सतत जो आनेवाली धुनोतिये का सामना करते हुए अंतर्राष्ट्रीय मंच पर देश का परचम लहरा सके।