लखनऊ पहुंचा सेना के जवान शहीद अश्विनी कुमार व फुटबॉल खिलाड़ी का पार्थिव शरीर
लखनऊ। महाराष्ट्र के अहमदनगर में हादसे के शिकार हुए सेना के जवान अश्विनी कुमार का पार्थिव शरीर लखनऊ तोपखाना स्थित आवास लाया गया। यहां से अश्विनी का शव अंत्येष्टि के लिए पिपराघाट ले जाया गया. इस दौरान लोगो की भीड़ उमड़ पड़ी। परिवार के लोगों की माने तो दो दिन पहले अश्विनी का फोन आया था और जून में आने का वादा किया था।
अश्विनी के करीबी मित्रों का कहना है कि उन्होंने हमारे हालचाल के अलावा घर वालों का ध्यान रखने को बोला था। किसी को यकीन नहीं हो रहा था आर्मी पब्लिक स्कूल में पढऩे वाले होनहार अश्विनी अब उनके बीच नहीं हैं। फुटबॉल के स्ट्राइकर कहे जाने वाले अश्विनी स्पोर्ट्स कोटे से ही सेना में भर्ती हुए थे। जाने-माने एनसीसी कैडेट और शतरंज के बेहतरीन खिलाड़ी थे।
परिवार सहित सैकड़ों लोगों की आंखे हुई नम, परिवार का बुरा हाल
पूर्व क्षेत्रीय पार्षद प्रमोद शर्मा ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर अश्विनी कुमार का पार्थिव शरीर जल्द लखनऊ भेजने की मांग की थी। रक्षा मंत्री ने उनकी शहादत पर शोक जताते हुए जल्द ही पार्थिव शरीर लखनऊ भेजे जाने की प्रक्रिया पूरी करने के आदेश दिए तो मंगलवार को शव लखनऊ पहुंचते ही लोगों का हुजूम जमा हो गया। सभी की आंखों नम थी। सैकड़ों खिलाड़ी खास कर फुटबॉल खिलाड़ी भी मौजूद थे।
महाराष्ट्र में पुणे के पास स्थित अहमदनगर रेंज में तैनात लखनऊ के तोपखाना बाजार निवासी जवान अश्विनी कुमार शनिवार को शहीद हो गये। वह आर्म्ड रेजीमेंट के जवान थे। उनकी शहादत की खबर सुनते ही पूरे क्षेत्र में हाहाकार मच गया। शहीद अश्विनी कुमार के पिता अनिल कुमार मध्य कमान में सिविल डिफेंस के कर्मचारी हैं।
मां समता देवी के अलावा तीन बहनें मानसी, खुशी और रिया भाई की शहादत पर खुद को संभाल नहीं पा रहीं हैं। अश्विनी कुमार की मां का कहना है कि बेटे का फोन आया था हालचाल पूछने के बाद आने का वादा किया था। मां की माने तो बेटे ने कहा था कि एक प्रशिक्षण के लिए अहमदनगर आया हूं। यहां मेरी टेक्निकल ट्रेनिंग होगी। मगर मेहे बेटे को किसकी नजर लग गयी।