खेल भावना कोसों दूर पैसा कमाने के उद्देश्य से होती है ताइक्वांडो प्रतियोगिताएं
ताइक्वांडो खेल संघ के प्रमाण पत्र कहीं मान्य नहीं
ताइक्वांडो खेल संघ में आपसी लड़ाई के कारण हो रहा खिलाड़ियों का नुकसान
बरेली / बात करते हैं ताइक्वांडो की जो आत्मरक्षा के उद्देश्य से काफी लोकप्रिय खेल बना हुआ था परंतु कुछ तथाकथित लोगों ने इस खेल को भारत में बर्बाद कर दिया।
बात करें उत्तर प्रदेश की तो एक ही प्रदेश में मिलते जुलते नाम से चार चार ताइक्वांडो एसोसिएशन बनी हुई है। और अपनी-अपनी दुकानें चला रही हैं किसी भी एसोसिएशन का प्रदेश में कोई अस्तित्व नहीं है।
कुछ एसोसिएशन ने तो एक ही जिलों में चार चार लोगों को जिम्मेदारियां दे रखी है और उन सभी लोगों से बैल टेस्ट के नाम पर,तरह तरह की प्रतियोगिताओं के नाम पर पैसा लेकर के प्रतियोगिताएं कराने का कार्य काफी लंबे समय से चल रहा है। और जब कोई पूछता है यह प्रतियोगिता क्यों हो रही है। तो तथाकथित बहुत ही अच्छे से जवाब देते हैं कि प्रतियोगिता खेल भावना के साथ साथ ताइक्वांडो खेल को बढ़ावा देने के लिए हो रही है।
खेल जगत को लगातार जानकारियां मिलती हैं की प्रतियोगिताएं में मनचाही धन की उगाही होती है अच्छे से रहना खाना तक नहीं मिलता खिलाड़ियों को केवल जेव भरने का कार्य होता है।
इस समय तो किसी भी ताइक्वांडो खेल संघ का प्रमाण पत्र कहीं पर भी मान्य नहीं है इसके बावजूद भी लगातार लोग ताइक्वांडो की प्रतियोगिताएं अपनी अपनी इच्छा अनुसार करा रहे हैं।