यूपी की महिला टीम ने रोमांचक जीत के साथ पहली बार झटका खिताब
फाइनल में रेलवे को 19-17 गोल से हराया
राष्ट्रीय महिला एवं पुरुष फेडरेशन कप हैंडबाॅल चैंपियनशिप
अयोध्या /मेजबान यूपी की महिलाओं ने राष्ट्रीय महिला एवं पुरुष फेडरेशन कप हैंडबाॅल चैंपियनशिप में दमदार प्रदर्शन के साथ रेलवे की मजबूत टीम को 19-17 गोल के अंतर से हराते हुए रोमांचक जीत के साथ पहली बार खिताब जीत लिया।
उर्मिला ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशन के प्रांगण में इस चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले खेले गए जिसमें पुरूष वर्ग का खिताब सर्विसेज की टीम ने रोमांचक फाइनल में पंजाब को 25-24 गोल से हराकर जीता।
महिला वर्ग के फाइनल में यूपी की टीम की रेलवे से कड़ी टक्कर हुई। रेलवे की मजबूत व अनुभवी टीम को यूपी की महिला टीम ने अपनी चपलता और तेजी से खासा परेशान किया। इसके चलते दोनों टीमों के बीच एक-एक अंक के लिए कड़ा मुकाबला हुआ जिसमें विजेता ट्राफी यूपी के हाथ लगी। मैच में यूपी से स्वर्णिमा ने सर्वाधिक 6 गोल दागे जबकि तेजस्विनी ने 5 गोल किये। दूसरी ओर रेलवे से ज्योति ने 5 तथा सृष्टि ने चार गोल किए। अंत में यूपी ने रेलवे को 19-17 गोल के अंतर से हराकर पहली बार चैंपियन बनने का गौरव प्राप्त किया। यूपी की टीम फेडरेशन कप के पिछले संस्करण में तीसरे स्थान पर रही थी।
इसके बाद पुरूष वर्ग के फाइनल में सर्विसेज ने पंजाब को 25-24 गोल के अंतर से हराया। यह मैच भी बहुत रोमांचक रहा जिसमें सर्विसेज से सुखबीर ने 6 गोल किए। तरुन ठाकुर व अविन ने 5-5 गोल किये। पंजाब से गुरमिन्दर ओर हरदेव ने 5-5 तथा मनप्रीत ने 6 गोल किए। अंत में सर्विसेज ने जीत के साथ ट्राफी अपनी झोली में डाल ली।
प्रतियोगिता के समापन समारोह में मुख्य अतिथि व्रिगेडियर जेकेएस ब्रिक तथा विशिष्ट अतिथि यूपी के खेल निदेशक डा.आरपी सिंह व अजय प्रताप सिंह (चीफ प्राक्टर, आरएमएलएयू) ने विजेता व उपविजेता टीमों को पुरस्कार वितरित किए। हैंडबाॅल फेडरेशन ऑफ़ इंडिया के महासचिव श्री आनन्देश्वर पाण्डेय ने पुरुष वर्ग में संयुक्त तीसरे स्थान पर रही सीआईएसएफ और चंडीगढ़ की टीम और महिला वर्ग में संयुक्त तीसरे स्थान पर रही हरियाणा तथा हिमाचल की टीम को पुरस्कार से सम्मानित किया। समापन समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ आईएएस और उत्तर प्रदेश हैंडबाॅल एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री सुधीर एम.बोबडे ने की। प्रतियोगिता के समन्वयक सूर्य प्रताप सिंह ने अतिथिगण को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।