स्वदेशी खेलों को मिले बढ़ावा ,अरविंद
मथुरा | खेल जगत संवाद ने कहा कि हम केंद्र सरकार से आग्रह करते हैं कि स्वदेशी खेल डेवलपमेंट भारतीय खेल एवं शिक्षा परिषदके राष्ट्रीय बोर्ड बनाया जाए, ताकि इन खेल के अध्यक्ष अरविंद कुमार चित्तौरिया ने खिलाड़ियों को पहचान मिले।इनमें से कई संगठन के स्थापना दिवस पर ऑनलाइन खेलों को भारत सरकार से मान्यता मिली
एपके माध्यम से 26 राज्यों के प्रतिनिधियों हुई है।खेलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से को खेल एवं शिक्षाक्षेत्र में कार्य करने की जून 2019 में बिहार के भागलपुर में शपथ दिलाई।
भारतीय खेल एवं शिक्षा परिषद द्वारा अब हमें सभी ओलम्पिक और नॉन प्रतियोगिता कराई गई थी। बलराज सिंह,ओलम्पिक खेलों के साथ अपने स्वदेशी धर्मेंद्र सिंह, दीपक जैन, सुमित सिंह,वपारंपरिक खेलोंसितोलिया, पतंगबाजी, शिवम सिंह, शशिकांत, अनिल यादव,
गिल्ली डंडा, शूटिंगबॉल, आत्या पाट्या, प्रकाश प्रजापति, नरेंद्र, राज शेखरन,लंगड़ी, मलखंब, बोकीड़ो आदिखेलोंके दीपक पंचाल, अरुण बिष्ट, आरपी साथ शिक्षा के क्षेत्र में संस्कृत भाषा के गोयल, उषा सिंह, पदमजादेसाई, काजल
प्रचार-प्रसार पर जोर देना है। चित्तोरिया मंगलामुखी आदि थे।