खेलों दिल्ली फेस्टिवल के तहत टेबल टेनिस चैंपियनशिप का आयोजन

उत्तर प्रदेश  : टायफून टेबल टेनिस अकादमी शाहदरा दिल्ली में आयोजित खेलों दिल्ली फेस्टिवल के तहत टेबल टेनिस चैंपियनशिप का आयोजन दिनांक 9 नवंबर रविवार को किया गया जिसमें अनेक स्कूल अकादमी से खिलाड़ियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विपिन देव (विभाग क्रीड़ा केन्द्र प्रमुख क्रीड़ा भारती) ,कार्तिक सिंह राजपुत (NIS)कोच ,उत्कर्ष जी रहे।

उन्होंने सभी सफल खिलाड़ियों को प्रमाणपत्र, मेडल देकर सम्मानित किया। व सभी के उज्जवल भविष्य की कामना की व जितने वाले सभी खिलाड़ीयो को हार्दिक शुभकामनाएँ दी l

शाहजहांपुर की खो-खो टीम रवाना

शाहजहांपुर : शाहजहांपुर डिस्ट्रिक्ट की खो खो खेल की बालक और बालिका वर्ग की दोनों टीमें आज प्रदेश स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन से रवाना हुई।यह प्रतियोगिता 12 से 14 नवंबर तक जनपद एटा के डी के पब्लिक स्कूल में आयोजित हो रही है।जिला खो-खो संघ के सचिव विपिन अग्निहोत्री ने बताया कि उपरोक्त प्रतियोगिता सीनियर वर्ग के लिये हो रही है।

अजीत बाबू के अर्धशतक से मेजबान उत्तर प्रदेश की जीत से शुरूआत

लखनऊ : इंडसइंड बैंक दृष्टिबाधित नागेश ट्राफी क्रिकेट प्रतियोगिता लखनऊ, मैन ऑफ़ द मैच अजीत बाबू (नाबाद 70 रन) के अर्धशतक से मेजबान उत्तर प्रदेश ने इंडसइंड बैंक दृष्टिबाधित नागेश ट्राफी क्रिकेट प्रतियोगिता के दूसरे सीजन के लखनऊ लीग के पहले मैच में गोवा को नौ विकेट से हराकर तीन अंक जुटाए। एनआर स्टेडियम में खेले गए इस मैच के साथ ही दृष्टिबाधित क्रिकेटरों के खेल का कमाल लखनऊ वासियों को देखने को मिला और इन खिलाड़ियों की उम्दा खेल को देखकर अन्य लोग वाह-वाह कर उठे। 

इनसे होती विश्व में,भारत की पहचान।।

बतलाता हूँ आज मैं,खेल जरूरी जान।
इनसे होती विश्व में,भारत की पहचान।।

बचपन से ही जो करे,खेलों का अभ्यास।
रोग कभी आते नहीं,उस बच्चे के पास।।

तन-मन रहता स्वस्थ है,बुद्धि का विस्तार।
मनसा वाचा कर्मणा,बढ़ती रहती धार।।

खेल-खेलने से सदा,बालक बनें महान।
मात-पिता को चाहिए,देना इस पर ध्यान।।

कपिल,सचिन अरु कोहली,देते अरि को हार।
खली और संदीप की,होती जय-जयकार।।

शिखर,सानिया,हरभजन,
धोनी अरु आनंद।
अंजू,ऊषा,भूटिया,नाम अभी हैं चंद।।

चाह रहा अखिलेश भी,बढ़े दिनोंदिन खेल।
आपस में हो प्रेम अरु,होए सबसे मेल।।

इनसे होती विश्व में,भारत की पहचान।।

बतलाता हूँ आज मैं,खेल जरूरी जान।
इनसे होती विश्व में,भारत की पहचान।।

बचपन से ही जो करे,खेलों का अभ्यास।
रोग कभी आते नहीं,उस बच्चे के पास।।

तन-मन रहता स्वस्थ है,बुद्धि का विस्तार।
मनसा वाचा कर्मणा,बढ़ती रहती धार।।

खेल-खेलने से सदा,बालक बनें महान।
मात-पिता को चाहिए,देना इस पर ध्यान।।

कपिल,सचिन अरु कोहली,देते अरि को हार।
खली और संदीप की,होती जय-जयकार।।

शिखर,सानिया,हरभजन,
धोनी अरु आनंद।
अंजू,ऊषा,भूटिया,नाम अभी हैं चंद।।

चाह रहा अखिलेश भी,बढ़े दिनोंदिन खेल।
आपस में हो प्रेम अरु,होए सबसे मेल।।

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