तो केसे आएगे ओलंपिक मे मैडल
Submitted by Ratan Gupta on 12 October 2018 - 7:30amखेलो मे प्रतिभाग करने वाले बच्चो और शारीरिक शिक्षको के साथ खिलवाड़
हरिद्वार पैसा ना के बराबर होने के बावजूद कितनी सारी जनपद खेल प्रतियोगिता मे बिना सुविधा प्राप्त दुर्गम से शारीरिक शिक्षक अपनी जेब से पैसा लगाकर बच्चो को जनपद मुख्यालय तक लाते है और मैच जीतने के बाद भी कई बार एक मेडल तक नही मिलता और टीम या खिलाड़ी के जीतने के बाद भी राज्यस्तरीय प्रतियोगिता मे नहीं भेजे जाते लेकिन जनपद प्रतियोगिता खानापूर्ति के लिए जरूर होती है ।
और राज्यस्तर पर मैडल तो मिल जाता है पर प्रमाणपत्र का आकाल लगता है क्योंकि कई साल के प्रमाणपत्र अभी तक स्कूलो मे नही पहुँचे है ।